जिस्म तेरा सोने का है पर लज्जा इस पर भारी है। कमलनाल सी कमसिन लगती फिर भी सबसे प्यारी है।। देती जख्म आंखो से ही अदा से उसकी यारी है।। मुस्कराके सब कुछ सह ले इसी का नाम तो नारी है।। ©Jitendra Singh #जितेन्द्रसिंहविकल