सिर्फ इशारों में होती महोब्बत अगर, इन अलफाजों को खुबसूरती कौन देता? बस पत्थर बन के रह जाता ताज महल , अगर इश्क इसे अपनी पहचान ना देता। ©Muskan #pehchan