चाहत नहीं की जीने की, ज़िद्द छोड़ जाएँ हम। तमन्ना नहीं की कभी, खुद से खुद को मिटाएं हम।। फितरत नहीं की आसानी से, हार मान जाएँ हम। चाहत नहीं की डरकर, मरने से पहले मर जाएँ हम।। बस दुआ करता हूँ , रब से की कभी। खुद से हारकर, खुद को न बदल जाए हम।। ©P Prashun Mishra #life #death #donot_change_yourself #pain_inside_mee #Defeat