Men walking on dark street दर्द में भी, मगर एक मज़ा है दिल की ग़र, उसमें रज़ा हैं !! जब जागे तभी हैं, तेरा सवेरा यह न पुछ कि, अभी कितना बजा हैं! जो न निकाल पाए , खुदा के लिए वक्त नमाजे सारी उनकी , कज़ा ही कज़ा हैं ! ऐसे लोगों को , चल समझाऐ 'अनवर' जिनकी जिंदगी, बस एक सज़ा हैं ! नेक अमाल हो , ईमान वाला बन इन रास्तों पर ही , खुदा की रज़ा हैं ! --- अनवर हुसैन अणु भागलपुरी ©Anwar Hussain Anu Bhagalpuri #अणुभागलपुरी