मुझे हमेशा से भरोसा है एक दिन मैं यहां से भाग जाऊंगा (शेष अनुशीर्षक में) मुझे हमेशा से भरोसा है मैं एक दिन यहां से भाग जाऊंगा दूर कहीं किसी पहाड़ पर या किसी जंगल में एक छोटा सा घर बनाऊंगा या फिर कोई ऐसा शहर जहां की हर चीज़ मुझसे अनजानी हो मैं घूमूँगा जी भर के मानो पांव में चक्के लग गए हो जानूँगा दूसरे लोगों की जिंदगी के सच कुछ कहानियां लिखूँगा जो मेरे मन में न जाने कब से दबी बैठी हैं कुछ गीत गुनगुनाउंगा तेज आवाज में, जिन्हें मैं अभी तक इस लिये धीरे गाता था क्योंकि मुझे लगता था कि मेरी आवाज खराब है