विषय :- वो सपने गुज़र गए (15-10-2021) ****************************** इस दिल की आरज़ू थी कुछ, कुछ लम्हों में बिखर गए। कुछ चाहत थी अपनी भी, पर वो सपने गुज़र गए। बचपन की बीती बातों में, छोटी उम्र के सपने हज़ार थे। बदलते वक्त के साथ सारे, वो सपने, जाने किधर गए। विषय :- वो सपने गुज़र गए (15-10-2021) इस दिल की आरज़ू थी कुछ, कुछ लम्हों में बिखर गए। कुछ चाहत थी अपनी भी, पर वो सपने गुज़र गए। बचपन की बीती बातों में,