हम दोनों ही बेगाने रहे मन के भावों से अनजाने रहे अच्छा लगता था साथ दोनों को भाता था संग बतियाना दोनों को फिर भी दिल की बात ना सुनी एक-दूजे की ज़रूरत ना समझी अब जब दूर हो चुके हम दोनों लगता है मज़बूर हो चुके हम दोनों बेचैनी में रात-दिन का चैन नहीं अब अच्छा अब आसपास कुछ नहीं अब अब सब बीत चुका कुछ साथ नहीं अब तेरा-मेरा पहले सा हाथों में हाथ नहीं अब अब लगता हम दोनों ही बेगाने रहे तब मन के कोमल भावों से अनजाने रहे तब...! Muनेश...Meरी🌺 #हमदोनों #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi