फिर कहीं दूर से एक बार सदा दो मुझको, मेरी तन्हाई का एहसास दिला दो मुझको..! तुम तो चाँद हो तुम्हें मेरी ज़रुरत क्या है, मैं दिया हूँ किसी चौखट पे जला दो मुझको..!! ©Ankit Chaturvedi #मेरीजिंदगी