उसे मुझसे अब मोहब्बत नहीं है, चलो कोई नहीं, कोई दिक्कत नहीं है, ये जो पत्थर है, ये टूटे भी, धड़के भी, यार इसमें अब इतनी भी हिम्मत नहीं है, लिखा है, नफरत करती हूँ मैं तुमसे, उसे कहना मुझे तो उससे नफरत नहीं है, ये खत उसी ने भेजा है, मैं कैसे मान लूँ, इसमें कहीं भी उसके दस्तखत नहीं है, इस एक ख्याल ने मेरी नींद उड़ा दी है, कहीं सचमुच तो ये उसी का खत नहीं है, उसकी तस्वीर से दिन शुरू होता है, मैं कैसे कह दूँ, मुझे उसकी चाहत नहीं है, यार हमसे तो चाँद अच्छा है, हर तीसवीं रात पूनम है, छोड़ ना शायर, अपनी चाँद सी किस्मत नहीं है, जिसे चाहे, उसे हासिल करें, जरूरी थोड़ी है, ये मोहब्बत है मेरे भाई, कोई लत नहीं है, और ये मन्दिर, मस्जिद, सब अपनी जगह है, खुद को खोकर, रब मिलता है, इश्क़ से बड़ी इबादत नहीं है.... शायर शरीफ #Nojoto, #Shayar_Sharif #Shayari , #Mohabbat, #Chand, #Poonam, #Nafart