आदतें बदली जा सकती है, पर किसी का स्वभाव नहीं। तुझसे 'मोहब्बत' करना मेरी 'आदत' बन गई है, पर तेरी 'फ़िक़्र' करना मेरा 'स्वभाव' है। इस स्वभाव का बदलना मेरे बस में नहीं यारा, जो होता तो बदल देती फ़क़त तेरे लिए। इस आदत का बदलना थोड़ा मुश्किल ही सही, पर मुमकिन है मेरे यारा, जो बदल दूं इसे, तो क्या लौट आओगे मेरे लिए? जो बदल सकती मैं अपना स्वभाव भी,