शाह ए माह रमज़ान, अलविदा अलविदा। बरकतों का फैज़ान, अलविदा अलविदा।। रब के नेअमतों से, मालामाल तुमने किया। ऐ मोमिनों की जान, अलविदा अलविदा।। तुझसे ही तो शब्ज़ है, शाख़ ए इस्लाम भी। मेरे होंटो की मुस्कान, अलविदा अलविदा।। है वो शख्स ख़ुशनसीब, जिसको तू मिला। मेरे नफ़्स का दरबान, अलविदा अलविदा।। "सानी" ये दिल है मायूस, आंख भी है नम। तफशीर ए क़ुरआन, अलविदा अलविदा।। (Md Shaukat Ali "Saani") #Ramdan #Nojotonews #Friday #Idd #Nojotourdu