विश्वभर में कितने कानून हैं व्यसन मुक्ति के, क्या कम हुआ किसी देश में, बढ़ती जा रही आय देशों की नशे के फैलाव से, चाहे हो मादक पदार्थो का खेलों का या रमणियों का। उड़ाती है मजाक नशे की लत कानूनों का प्रशासन-पुलिस का। मैं अपराधों की जननी शराब को ही मानता हूं। मुझे छाबड़ा जी का अथक प्रयास याद आया जो पिछले कई बर्षों से राजस्थान को शराबमुक्त करने के लिए आंदोलन कर रहीं हैं। इन्हें कई पुरष्कार भी मिले हैं। मुझे अपनी "नारीशक्ति" पर गर्व है । बलात्कार जैसी अधिकतर घटनाएं शराब के नशे में ही अंजाम दी जाती हैं। इसलिए इस बुराई को जड़ से खत्म करे सरकार ! #पंछी #पाठक