ठंड की सुरुआत खत्म हुआ इन्तजार अब लीजिये ठंड की शुरुआत हो गई लोग लगे कंपकंपाने ठंड से खुद को बचाने दस्ताने मफलर कनटोप स्वेटर, जैकेट, कोट शाल, स्कार्फ, कार्डिगन इन्हीं के सहारे गुजरेगा ठंड दिन ढलता हैं अब जल्दी राते हो गई अब लंबी आती मुंह से भाप वो भी अपनेआप देख होता दर्द जब नजर जाता सड़को पर बूढे बच्चे जवान सिमटे दुबके फुटपाथ पर सोचिये कैसे गुजरती होंगी रात उनके कर सको अगर कुछ कर देना इनके लिए कुछ नित्य रोज़ नया रिकार्ड कोहरे के कहर की होगी फ्लाइटें रद्द और ट्रेनें लेट होंगी ऐसी खबरें अब हर दिन अखबारों में होगी आती याद बीते दिनों की माँ कैसे स्वेटर बुना करती थी उल्टे सीधे फंदे गिना करती थी कुछ बात थी उस सलाई ऊन में अब कहाँ....…. चाय की चुस्कियां गाज़र का हलुवा मक्के की रोटी सरसों का साग मूली के गरमागरम पराठे ठंड में .....क्या बात है खत्म हुआ इन्तजार अब लीजिये ठंड की शुरुआत हो गई...।।। #NojotoQuote ठंड की सुरुआत #हिंदी#हिन्दीकबिता