बचपन और नए कपड़े छोटी है वो घर मे सबसे सबकी वो प्यारी है मेरी प्यारी बहना की आभा गज़ब निराली है पापा के आने पे वो करती जब किलकारी है भूल सारे थकान पापा उसको खिलाने लगते है तब जा के माँ से वो ऑफिस के किस्से कहते है नए कपड़े और चॉकलेट से खूब उसकी यारी है बचपन के ये हसीन बातें बड़े होने पे भी जारी है दो बहनो का प्यार मेरे पे सब खुशियो पे भारी है खुशियो का सौगात है घर मे किस्से बहुत सारी है मेरे घर के ठीक सामने एक आम की फुलवारी है। बचपन ओर कपड़े की कहानी बड़ी निराली है। #बचपन की किस्से बहुत है