है ख़्वाहिशों में उलझी जीवन सफ़र की धारा। कुछ हम समझ रहे हैं कुछ तुम समझ रही हो। मैं भी तो चल रहा हूँ तुम भी तो चल रही हो। है ईश्क़ का सफर ये तुम नज़्मों में ढल रही हो।। - क्रांति #ईश्क़ का सफर #क्रांति