थाम के हवाओं का दामन शिखर आसमा को कर तु नादान परिंदा है थोड़ी नादानी तो कर हौसला कम ना होने दे अपने ज़ज्बों का मुसीबतें बहुत आएगी जरा हंस के सामना तो कर Sukh Khator #Dwell_in_possibility #fly