Nojoto: Largest Storytelling Platform

आगोश में रहकर भी पराया रहा रात भर एक चांद का साया

आगोश में रहकर भी पराया रहा
रात भर एक चांद का साया रहा
है उसका जमाल मुख्तसर इतना
कि सहर होने तलक नुमाया रहा

©हरवंश हृदय
  #हरवंशहृदय #Harvansh_srivastava  Anupriya Rakesh Srivastava Vandana Mishra mansi sahu Shiva Pateer