इस कदर की बर्दाश्त नहीं होता जिसे देखकर रुक जाया करती थी अब क्यु ऐसा मंज़र नहीं होता मन मारकर तुम्हारे सामने से जाते है दिल काश इतना मजबूर ना होता रुक तो अब भी सकते है तुम्हें देखकर भैया,गर पानीपूरी इतना महँगा ना होता नज़रअंदाज़ करता है मुझे वो... #नज़रअंदाज़ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi