मुसव्विर कोई बना रहा हैं,सोच के जिनकी तस्वीरें शायर कोई जिनको सोच के,सजा रहा हैं अपनी तहरीरें ना जाने उनको खुदा,किसके नसीब में लिखा होगा जिनके लिए आज़मा रहे हैं दीवाने,अपनी तकदीरें *मुसव्विर- painter *तहरीरें- writings