तेरे इश्क़ में ऐसा फसा मैं की चैन पड़े दिन रात नहीं सपने में भी तू दिखे पर मिले कोई सौगात नहीं माशूका की मर्जी चले आशिक़ के कुछ हाथ नहीं समझा के खुद को दिल से बोलू थम जा अब कोई बात नहीं #_अब कोई बात नहीं_ht