White हम कहाँ हैं, हमें खुद ख़बर नहीं जाने क्या हो रहा, हमें पता नहीं लम्हे बीत रहे, साथ छूट रहा बस ज़िंदगी यूँ ही, खामोश चल रही... कभी धूप सी तपे, कभी छाँव बन जाए कभी हंसाए हमें, कभी आँसू दे जाए मंज़िल का पता नहीं, राहें अजनबी हैं फिर भी चल रहे हैं, ये किस्मत अजीब है... ©Rubab Razi #Sad_Status Hum kaha hain?