खुशियों का मूल खुशियों का एक प्यारा घर हो,! और वो घर दिल के ही अन्दर हो,! मत ढूँढों खुशियाँ ,खुद के बाहर यारों,! क्यूँ न वहाँ खुशियों का पूरा समंदर हो,!! बाहरी खुशियाँ होती क्षणिक है,! वक्त पाते ही गम में बदल जाती हैं,! आंतरिक खुशियाँ चिरस्थायी होती हैं, अंतिम क्षण तक छोड़ कर नहीं जाती हैं,!! समझो इन खुशियों का अन्तर,! वो बाहर नहीं जो तेरे ही अंदर में हैं,! ऐ ! खुश रहने की कोशिश करने वालों ! सारी खुशियों का मूल बस इसी जंतर में है,!! #realhappiness #rootofhappiness #innerjoy