आहिस्ता चल जिंदगी ,अभी कई कर्ज चुकाना बाकी है कुछ दर्द मिटाना बाकी है कुछ फर्ज निभाना बाकी है रफ्तार में तेरी चलने से कुछ रूठ गए कुछ छूट गए रूठे को मनाना बाकी है रातों को हंसाना बाकी है आहिस्ता चल जिंदगी अभी कई कर्ज चुकाना बाकी है #Nature आहिस्ता चल जिंदगी