जो थीं ग़लतफ़हमियाँ तेरे-मेरे बीच उनको दूर किया जा सकता था थी जो उलझनें हमारे दरमियाँ उनको सुलझाया जा सकता था वज़ह ,बेवज़ह ही बना दी फासलों की आपसी समझ से मसला हल हो सकता था तू एक बार बात तो करता मुझसे तिल का ताड़ बनने से रोका जा सकता था...! Muनेश...Meरी✍️🌹 #bestyqhindiquotes #yqdidi #yqhindi #yqwriters #yqinterviews #yqlifelessons