कभी ये बिछाते है फूल हर डगर में.. कभी छोड़ जातें है दुख के भवंर में .. कभी धूप कभी है छाया.. ये कोई समझ न पाया.. खुद रोता है सबको हंसाता हैं....🖤🖤 रिश्तों का मिलना जुड़ना..