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बहुत दिनों के बाद शीशे ने कहा, कहाँ गए थे कई सालो

बहुत दिनों के बाद शीशे ने कहा, कहाँ गए थे 
कई सालों के बाद दिखाई दिए हो
इस दरमियान इंसानियत खो गयी 
सब लोग बड़े हो गए 
अपने पैरों पर खड़े हो गए
वैभव के घड़े भर गए 
चेहरों पर शिकन पड़ गए  
सरों के केश झड गए 
एक दूजे से झगड़ गए
............हा...हा....हा.... हा 
कभी ये मुझे देख के हँसते थे, झिज्कते थे,
आज मुझसे न जाने क्यों डरते हैं.......................

©Anand Prakash Nautiyal tnautiyal
  #Chhavi#शीशा#वक्त