अपनी आंखों को ज़रा नम रखना, लोगों से उम्मीदें थोड़ी कम रखना। सुविधाओं की हो चाहे अपार कमी, तुम सदा अच्छे अपने करम रखना। देते हैं यहाँ अपने ही अक़्सर धोखा, मन में ख़्वाबों के मेले कम रखना। अपने मन में न कोई भी भ्रम रखना, सत्य को ही सदा अपना धर्म रखना। मैला न हो सके तुम्हारा बेदाग दामन, दूर जीवन से हताशा रूपी तम रखना। Image Source: My Phone's gallery❤️ अपनी आंखों को ज़रा नम रखना, लोगों से उम्मीदें थोड़ी कम रखना। सुविधाओं की हो चाहे अपार कमी, तुम सदा अच्छे अपने करम रखना।