रात की चाँदनी में निखरना चाहती हूँ..... कोई जले तो जले.... बस संवरना चाहती हूँ मैं....... आग हूँ......छूना संभलकर...... सिर्फ तपाना ही नही..... जलाना भी जानती हूँ मैं..... ©Barkharani Vidhyrthi (Vaidehi) #Nojoto #Hindi#aag #Raat #tapeesh #Chndani #Nojotohindi