जो तख़्त पर बैठकर कहते हैं कि हुक्म की तामील हो, क्यों नज़रअंदाज़ कर देते हैं अकसर वो हक़ीकत-ए-ज़मीन को ? -प्रणव सन्तवन #lockdownmeasures #covid19 #migrants