सुनो! तेरे मेरे बीच में ये चार पैर की दूरी क्यूं और बीच में क्यूं हो ये सारा जमाना! लगा दूं तेरे माथे पे लाली मेरे नाम की और मेरे आंगन की सिंदूरी सांझ बन जाना! ©Sunitashatruhansingh Netam #ईजहार