जो जहाँ था वही रह गया एक प़ना था जो खो गया हाहट उनकी आज भी होती हैं व दस्तक देना बंद हो गया दिन के उ़जालो में जो गुम हैं अँधेरो में शोर वही मचाता हैं कुरब़त नहीं उजागर करती हूं फिर तनहा हो खुद से लरती हूं कह तो गई वा़स्ता हैं नहीं दिल -व- बेचैन लम्हा भी उंनही के गिनता हैं 💕।। #sab k liye Sab khtm hogya... Mujhe av v kuch Baaki hai