Nojoto: Largest Storytelling Platform

"ये मैं हूं या कोई और " कि क्रोध में पीड़ा छिपाये

"ये मैं हूं या कोई और "

कि क्रोध में पीड़ा छिपाये फिरते हो, 
अपना सबको बनाये फिरते हों,
चेहरे पर हसी हरदम और आँखों में
नमी बनाये फिरते हो
कि सपने थे जो अपने क्या सब भूल बैठे हो? 
रास्तो के रहगीरो से, क्या इतना दिल लगा बैठे हो?
 या इस रोते हुए जीवन को ही अपना सच बना बैठे हो
या नहीं रहा जरा सा भी स्वाभिमान जिंदा अब तुझमें
जो इस तरह  बेचैन और बेबस सा खुदको बना बैठे हो!

कि ये रिश्ते- नाते, अपने- प्यारे तुझे सच में खुश रख पायेंगे 
स्वार्थी इस दुनिया में ये तुझे जरा सा समझ पायेंगे 
कि मत पड़ व्यर्थ छलावों में तु, अंत में रोता रह जायेगा
समय निकल जायेगा एक दिन और खुदको खोजते रह जायेगा....!!

©Shivam rawat
  #Truth #Dream #me #whoiam