White सब दिन कटा रहे हैं, दिन ही कटा रहे हैं, कुछ यहां कटा रहे हैं, कुछ वहां कटा रहे हैं, कुछ इस तरह कटा रहे हैं, कुछ उस तरह कटा रहे हैं, कन्नी कटा रहे हैं कुछ, दिन के बहाने, फिर दिन -रात कटा रहे हैं जिंदगी के बहाने। ©BANDHETIYA OFFICIAL #Thinking #कटा रहे हैं सब दिन! नये अच्छे विचार अच्छे विचारों आज शुभ विचार अब्दुल कलाम के विचार स्वामी विवेकानंद के विचार