तेरा मेरा रिस्ता तो आंखों और पलको की तरह था, आंखों में कुछ चला जाये तो पलके फड़क उठति है, ओर पलको को कुछ हो जाये तो आंख रो देती है, तो फिर आज क्यों तुझे मेरी तकलीफ महसूस नही होती। #दर्द