Nojoto: Largest Storytelling Platform

मनुष्यों के सब व्यवहार वाणी से हुआ करते हैं। जो वा

मनुष्यों के सब व्यवहार वाणी से हुआ करते हैं। जो वाणी की प्रतारणा करता है, वह सब पूँजी ही की चोरी करता है।






प.श्रीराम वाणी
मनुष्यों के सब व्यवहार वाणी से हुआ करते हैं। जो वाणी की प्रतारणा करता है, वह सब पूँजी ही की चोरी करता है।






प.श्रीराम वाणी
halendraprasad5961

HP

New Creator