घड़ियां तो खरीद लोगे वक़्त कहां से लाओगे? रोशनी तो बना ली हैं, क्या धूप बना पाओगे? किताबों की मंडी लगी हैं, अक्ल कहां से लाओगे? पंखे,कूलर तो बना लिए, क्या हवा बना पाओगे? रिश्ते तो बन जाते है यहां, मोहब्बत कहां से लाओगे? धन दौलत तो कमा लोगे, क्या हंसी खरीद पाओगे? मखमली गद्दे तो बिकते हैं, पर नींद कहां से लाओगे? ऊंची इमारतें तो बना लोगे, क्या आसमां बना पाओगे? -Keshav सोचिए 🤔🤔🤔 . . . . #Shayari #hindishayari #Life #be#positive #grounded