माँ थी में एक बच्चे की, क्या मिला तुम्हे मुझे तड़पाकर? ना कभी सताया था तुमको , ना कभी कोई तकलीफ थी दी, फिर क्या कसूर था मेरा जो, मुझको इतनी तकलीफ है दी? मै भूखी थी, ये कसूर था हां, शायद उसकी है सजा मिली, था किया भरोसा मैंने तुमपर, थी यही भूल जो कर बैठी, जो कर्म तूने है किया यहाँ, उसकी सजा तुझे यही मिले, बस इतना ही मै चाहती हूँ, तू भी तड़प तड़प कर मरे! तू भी तड़प तड़प कर मरे! बबीता पपनै। #elephant #Human #at #its #Worst