महल का सबसे ऊंचा गुंबद..... अपनी बुलंदी के गुरूर को नाप रहा था!!!!!! नींव में धंसा एक आखिरी पत्थर.............. अपने कंधों पर उसे थामे टिका था!!!!!!!!! शांत, बिना किसी सवाल के, बिना किसी उम्मीद के। वो बूढ़ा पत्थर............ ©Ram Yadav #LoveYouDad शुभ रात्रि सुविचार आज का विचार अनमोल विचार नये अच्छे विचार सुविचार इन हिंदी