ना चांद तोड़ पाउंगा, ना सितारे तोड़ पाउंगा, आम आदमी हूँ, आओ कभी मेरे घर तुम्हें अपनी हाथों की बनी चाय☕पिलाउंगा❤️🤗... —Mr.Jaiswal आओ कभी हमारे घर तुम्हें अपनी हाथों की बनी चाय पिलाएंगे☕🤗❤️