काफी दूर तक निकल गए हो , लौट आओ थोड़ा और चलोगे तो सरहद कर जाओगे पार सरहदों से बटने वालों की गवाह है तारीखें आंगन की लकीर नहीं ये जब चाहे कर लो पार Hindi शायरी #nojotohindi #nojoto