यकीन किसका यक़ीन करे दिल ये दीवाना दिल तोड़ने का ढूंढे बहाना है कौन अपना यहाँ कौन है बेगाना.. क्यूँ टूटे टूटे सपनें क्यूँ रूठे रूठे अपने क्यूँ अनजानी सी खुशियां क्यूँ आके लगे बहने..! #यक़ीन