कुछ पल ऐसे ही हाँ ऐसे ही बिताना चाहती हूँ तुम्हारे साथ न होकर भी तुम्हारे पास होना चाहती हूँ । कुछ पल ऐसे ही अब हर पल बिताना चाहती हूँ। न तुम्हारा साथ चाहती हूँ, और न अब तुम्हें, अपने पास चाहती हूँ ।। चाहत और चाहने में, फ़र्क करना चाहती हूँ तुम्हें अब भी चाहती हूँ, मगर तुम्हें पाने की कोई चाहत को, अब नही चाहती हूँ।। हाँ कुछ पल ऐसे ही अब ख़ुद के लिए जीना चाहती हूँ ।। न अब मेरे लफ्ज़ो की नुमाइश चाहती हूँ,और न तुम्हें पाने की किसी ख़्वाहिश को चाहती हूँ ।❤️ #nojoto #nojotohindi #nojotopoetry #BeingYou #allalone