तुम जो चाहो जीवन दायिनी बन जाओ! विश्व व्यवस्था है मुंह ताक रही मानवाधिकार को है झांक रही आधिकारिक संदेश आम हुआ नागरिकता खूब बदनाम हुआ विश्व व्यवस्था जहर में डूब रहा आंकड़ों से मानवता है ऊब रहा दृष्टिकोण की देखो बाढ़ हैआयी पोल खुल गई मानवता की भाई विश्व,देश और समाज की लड़ाई स्वार्थ में डूबी देशभक्ति हरजाई प्राण तक फूंक देंगे अकारण सब देश के नाम कंकाल ही रहेगा अब! मुख्य कानून है!! सुप्रभात। तुम जो चाहो, क़िस्मत का दरवाज़ा भी खुल सकता है। #तुमजोचाहो #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi #diary #poetry