Nojoto: Largest Storytelling Platform

इस क़द्र रह देखि तेरी मैंने की अब बिनाई भी नहीं मेर

इस क़द्र रह देखि तेरी मैंने
की अब बिनाई भी नहीं मेरी
आँखों मे

मेरे जिस्म मे जान तो है
लेकिन जीने की ख्वाइश
नहीं रही मेरे दिल ♥️मे

बेवफा तू झूठी तेरी बाते
इस क़दर तोड़ डाला है मुझे
की अब भरोसा सच्चाई
पर भी नहीं रही

©NIKHAT (दर्द मेरे अपने है )
  #sunlight