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मेरा हर शब्द मेरी जीत का आगाज़ है। जो हो चुकी थी

मेरा हर शब्द  
मेरी जीत का आगाज़ है।
जो हो चुकी थी दफन ,
वक्त की गहराई में,
उस बन्द सी जुबान की आवाज है।
मत समझना कि वक्त के थपेड़ों से
डर जाऊंगी ,
अब भर ली है हौसलों ने उड़ान ,
जो पहुँचे मंजिल तक वो परवाज़ है।।
                     पूनम आत्रेय

©poonam atrey
  #हौसलों_की_उड़ान