जिस गति से तुम आए थे दिल में.. उतने ही तेजी से क्यों छोड़ गए। जान जान कहते थे.. आज मेरी रूह से क्यों खेल गए। मैं खड़ी उसी राह पर तुम्हारा इंतज़ार कर रहीं.. आते क्यों नहीं, क्यों मेरा दिल इस कदर तोड़ गए! 🔴 "दोस्तों आप लोग कोल्लब (COLLAB) करने से पहले कैप्शन जरूर पढ़ लें" 🔴 " इस प्रतियोगिता का समय सीमा आज रात्रि 01:00 बजे तक ही मान्य होगा" 🔴 "दोस्तों आप लोग अपनी रचना, 4 या 6 पंक्तियों में ही