जीन्दगी कि कशमकश भी बङी अजीब हैं। और उससे भी ज्यादा अजीब है ये मोहब्बत।ये आज समझ आया जब कहीं बात हो रही हमारी जीन्दगी सवारने की । और हम थे की उसकी पलको के उठने के इंतजार मे खङे रहे।। मेरे एहसास