#रात्रि_के_तीसरे_प्रहर अधखुली आँखों में किसी तस्वीर का तैरना करवट फेरना खुद को समेट लेना अपने ही बाजुओं में हौले से मुस्काना और पलकें मूंद लेना फिर दो बूंँद आँसुओं का चेहरे से लुढ़क कर तकिए में समा जाना बह यही है....#प्रेम😍 जो न जिया तुमने तो तुम कैक्टस रूपी जीवन के वो पुष्प हो जो खूबसूरत और दीर्घजीवी तो है लेकिन उसमें सुगंध नहीं है...😊 ©Ravi kanojia #meltingdown