Nojoto: Largest Storytelling Platform

देश के इतिहास में ये पहला ऐसा दौर है... जब रोटी, क

देश के इतिहास में ये पहला ऐसा दौर है... जब रोटी, कपड़ा, मकान और रोजगार की बात करने वालों को "#देशद्रोही" कहा जाने लगा है। 
अब देश की जनता को तय करना है कि "देशद्रोही" कौन है वो जो आपके के हको के लिए लड़ रहे है या वो जो देश को धर्म - जाति, नफरत के द्वारा बांट देना चाहते है और अंधत्व धारण करवा कर चंद पैसे वाले रसूखदार लोगो का गुलाम बना देना चाहते है।
सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका इस पर भी लगाई जानी चाहिए कि किसी भी व्यक्ति को ये अधिकार किसने दिया कि वो देश के किसी भी नागरिक की देशभक्ति और निष्ठा पर बिना वजह उंगली उठाये (वो भी केवल इसलिए क्योंकि वो सत्ता के गलत फैसलों और आम नागरिक के हितों के लिए आवाज़ उठा रहा है) और उसे "देशद्रोही" , "पाकिस्तानी", "खालिस्तानी", "आतंकवादी", "नक्सली" आदि जैसे शब्दों से संबोथित करे।।

#जयहिंद #जयभारत।।

©MANJEET SINGH THAKRAL देश के इतिहास में ये पहला ऐसा दौर है... जब रोटी, कपड़ा, मकान और रोजगार की बात करने वालों को "#देशद्रोही" कहा जाने लगा है। 
अब देश की जनता को तय करना है कि "देशद्रोही" कौन है वो जो आपके के हको के लिए लड़ रहे है या वो जो देश को धर्म - जाति, नफरत के द्वारा बांट देना चाहते है और अंधत्व धारण करवा कर चंद पैसे वाले रसूखदार लोगो का गुलाम बना देना चाहते है।
सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका इस पर भी लगाई जानी चाहिए कि किसी भी व्यक्ति को ये अधिकार किसने दिया कि वो देश के किसी भी नागरिक की देशभक्ति और निष्ठा
देश के इतिहास में ये पहला ऐसा दौर है... जब रोटी, कपड़ा, मकान और रोजगार की बात करने वालों को "#देशद्रोही" कहा जाने लगा है। 
अब देश की जनता को तय करना है कि "देशद्रोही" कौन है वो जो आपके के हको के लिए लड़ रहे है या वो जो देश को धर्म - जाति, नफरत के द्वारा बांट देना चाहते है और अंधत्व धारण करवा कर चंद पैसे वाले रसूखदार लोगो का गुलाम बना देना चाहते है।
सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका इस पर भी लगाई जानी चाहिए कि किसी भी व्यक्ति को ये अधिकार किसने दिया कि वो देश के किसी भी नागरिक की देशभक्ति और निष्ठा पर बिना वजह उंगली उठाये (वो भी केवल इसलिए क्योंकि वो सत्ता के गलत फैसलों और आम नागरिक के हितों के लिए आवाज़ उठा रहा है) और उसे "देशद्रोही" , "पाकिस्तानी", "खालिस्तानी", "आतंकवादी", "नक्सली" आदि जैसे शब्दों से संबोथित करे।।

#जयहिंद #जयभारत।।

©MANJEET SINGH THAKRAL देश के इतिहास में ये पहला ऐसा दौर है... जब रोटी, कपड़ा, मकान और रोजगार की बात करने वालों को "#देशद्रोही" कहा जाने लगा है। 
अब देश की जनता को तय करना है कि "देशद्रोही" कौन है वो जो आपके के हको के लिए लड़ रहे है या वो जो देश को धर्म - जाति, नफरत के द्वारा बांट देना चाहते है और अंधत्व धारण करवा कर चंद पैसे वाले रसूखदार लोगो का गुलाम बना देना चाहते है।
सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका इस पर भी लगाई जानी चाहिए कि किसी भी व्यक्ति को ये अधिकार किसने दिया कि वो देश के किसी भी नागरिक की देशभक्ति और निष्ठा