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श्रीमद्भागवत गीता में श्रीकृष्ण कहते हैं कि, किसी

श्रीमद्भागवत गीता में श्रीकृष्ण कहते हैं कि, किसी भी व्यक्ति की पहचान उसके शरीर से नहीं बल्कि उसकी आत्मा से करनी चाहिए.

🙏🙏इसे शाश्वत, अविनाशी और अपरिवर्तनीय बताया गया है। भगवान कृष्ण, दिव्य सारथी और शिक्षक, स्वयं की शाश्वत प्रकृति पर जोर देते हुए, अर्जुन को ज्ञान प्रदान करते हैं। वह स्पष्ट करते हैं कि आत्मा जन्म और मृत्यु से परे है, किसी भी भौतिक माध्यम से विनाश के अधीन नहीं है।
श्रीमद्भागवत गीता के अनुसार आत्मा परमात्मा का अंश है। इस श्लोक में देखिए भगवान् क्या कह रहे हैं। ममैवांशो जीवलोके जीवभूतः सनातनः । इस जीवलोक में यह सनातन जीवात्मा मेरा ही अंश है और वही प्रकृति में स्थित मन और पाँचों इन्द्रियोंको आकृष्ट करता है ।

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©ARTIST VIP. MISHRA
  हे नारायण 🙏🙏

हे नारायण 🙏🙏 #Motivational

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